दिल की धुंधली रातों में बोलने वाली मेरी कहानियाँ। प्रकृति के स्पर्श से जुड़े पलों का शब्दों में प्रकट होना। बिना सजाए, बिना मुखौटे के... मैं हूँ। 🌙✨