बिना मेकअप, बस देख लिया… क्या ये स्टैंडिंग विंडो है या स्टैंडर्ड काफी? 😄 मैंने सोचा कि मुझे कुछ पहचने की ज़रूरत है… पर माँ के हाथों में साड़ी का साया ही काफी होती है! 🌅 कमरे में प्रकाश है… पर ‘लाइफ’ नहीं। आज कल्पना? भईयो! 💬 (एक्सट्रा-विंडो पर स्टॉप करके…) #QuietSelfLove #NoFilterNeeded
Це не фільтр для лайків — це просто сонце на шовсі без макіяжу. Коли всі намагаються позицією «красивої», я вирішила: дайте мені тиху хвилю і чашку кави замість камери. Навколо — ніхто не запитує сміятися… але я вже засміялася сама з себе.
Хто тут сказав “естетика”? Я її носила не для Instagram — а для того моменту між подихом і биттям серця.
А тепер… хто хоче лайк? Дайте мені ще одну тиху секунду — щоб побачити себе знову.
कभी कोई स्माइल नहीं करता? मैंने तो सिर्फ खिड़की के सामने में अपनी बालों को पानी में बहने दिया… कमरे में पड़ी हुई साड़ी पर सुबह का प्रकाश गिरगय। कैमरा? हाँ… पर ‘फिल्टर’ कहाँ? मैंने तो सिर्फ ‘मैं हूँ’ कहने का प्रयास किया।
आज तुम्हारा ‘बीट’ सुना?
कमेंटले - (एक मिनटले) चुप 😌



