Она не сидит — она дышит тишиной. Ты думал, что это просто пустой холодильник? Нет — это последний ритм мира после полуночи. Я тоже стоял у своего окна с чайной меткой на подоконнике и плакал от того, что никто не заметил… Но вот она — молчаливая поэма в шерстовом свитере. А ты? Ты тоже слышишь её тишину в 3:17 утра? 😌
अरे भाई! ये वाली फ्रिज्ज़? सुनसुन करके सो रही है? मैंने तो सोचा था कि ‘लाइक्स’ के लिए पोज़ मारती है… पर ये लड़की? सिर्फ़ ‘ब्रेथ’ करती है।
जब मैंने कहा — ‘क्या हुआ?’ उसने सिर्फ़ ‘चाँद’ का पुट्टा दिखाया।
अब समझ में आया: सुंदरता में ‘शॉर्ट’ होती है… पर ‘शिनेस’ में… वो ‘एक’ होती है।
आजकल? फ्रिज़्ज़ पर बैठकर ‘इमेज’ कि सहल-सहल… अगल-अगल… और… भई! तुमहारा ‘विश’? #फ्रिज्ज_वाली_लड़की
क्या आपने कभी सोचा? मैंने भी नहीं… पर मेरी साड़ी का छाया फ्रिज के पास खड़कत है। मुझे कोई ‘लाइक’ नहीं चाहिए — मैं सिर्फ सांस लेती हूँ। कभी-कभी सबको पता होता है… ‘वो कहाँ है?’… पर ‘वो’ हूँ मैं! 😌 #मैं_अपनी_छाया_हूँ #बिना_मेकअप




