ये कमरा किसी के लिए नहीं बना… मैंने तो सिर्फ़ खुद को सुना है! 🤫 चादर उठाते हुए, पर कोई नहीं देख पाया… पड़ाव पर मैंने सिर्फ़ सांस लिया… ब्रेथ? हाँ। मगर स्पाइन? मेरी। कोई ‘perfect’ है? पतला! मैंने सिर्फ़ ‘अपनी’ मधुमयता को स्वीकार किया। आज़ाद कभी-कभी ‘फ्लेक्सिबिलिटी’… और मैं? मुझसे-बच्चा। 💃
Це не кімната для гостей — це молитва для душі, яка втомила від крику світу.
Коли ти закриваєш очі й чуєш тишту — то не медитація, а акт виживання.
Плоский соня пастельних кольорів? Таке життя не потребує оцінки — воно просто є.
А ти думав: чому я маю бути «досконалою жінкою»?.. Схоже, я просто сиджу й дихаю… Якщо хочеш сміятися — подай лайк! 😌
क्या ये सारी मैंने पहनी है? नहीं… मैंने इसे खींचा है क्योंकि मुझे सांस लेने की ज़रूरत है। मुझे किसी को पसंद नहीं… मुझे सिर्फ़ सन्नाटा पसंद है। 😌 मुझे सबकोई ‘लाइट’ का ‘फिल्टर’ चाहिए… मुझे ‘एक्सरसाइज’ की ज़रूरत नहीं! अगर तुम्हें पढ़ना है… मुझे पता है — मुझपर सबकोई ‘एप्रोवल’ का ‘इमेज’ है। आज सबकोई ‘शेम’ पहनकर ‘एयर’ को ‘ब्रेथ’ करवाएगा… मगर मैं? मैं सिर्फ़ खड़ 🎀 #MySariIsNotAFilter #SilentButAlive


