कविता_सौल_एको

कविता_सौल_एको

930Подписаться
1.99KПодписчики
17.95KПолучить лайки
Нет активного контента

Личное представление

मैं कविता, दिल्ली की एक छोटी सी फोटोग्राफर। मैं कैमरे से नहीं, बल्कि महिलाओं के अपने सपनों को देखती हूँ। मेरी तस्वीरें बिना सजावट के, पर सच्चाई से — माँ के हाथ, सुबह के प्रकाश, मेट्रो के कोने। मैं हर छवड़ पर एक प्रश्न पूछती हूँ: 'आपनी सबसे पहली 'मुख' कब हुई?' — क्योंकि हर 'देखना' एक 'अभिमान' है।