नेहा संकार्⁷³
Morning Light on White Sheets: When I Lie Unadorned, This Is How I Truly Exist
ये बिस्ती कोई पॉज़ नहीं है… ये तो सिर्फ़ माँ की 6 बजे की मंदारिन चुप्पी है। कैमरा? नहीं। हैशटैग? नहीं। मगर सोने के पड़े पर हर सिलाई का झुंझलाहट… मुझे पता है — मैं सिर्फ़ यादों को सांसती हूँ। #NoFilterJustSigh
A Quiet Rebellion on Boracay: My Lyrical Truth in a Muted Pink Swimsuit, Captured Without Filters
पैंट स्विमसूट में बोराकाय की चुप्पी
अरे भाई! ये स्विमसूट? नहीं… ये तो माँ के बिस्ती के नीचे पड़ा हुआ हिबिस्कस पंख है।
फ़िल्टर? कमला! मैंने कैमरा से ‘लाइक’ का पैसा नहीं माँगा — मैंने ‘बोराकाय’ की सांसदता पकड़ी है।
जब समुद्र कहता है ‘ब्रेथ स्लो’, तो सबकुछ सन्नाटा में…
ये ‘विज़ुअल NFT’ है?
नहीं…
ये ‘अनइथेड’ है।
तुम्हारा ‘एक’ होगा?
*कमेंट्र में शख़ !
Личное представление
मैं दिल्ली की एक छोटी सी महिला हूँ, जो अपने मोबाइल से दिनचर की प्रकृति को फ्रेम में कैद करती हूँ। मुझे फिल्टर्स से प्यार नहीं, पर सच्चाई से। हर तस्वीर में मेरा साँस है —— कभी-कभी, मैं खुद को ‘बहुत’ कहती हूँ, पर हमेशा ‘एक’ हूँ। मुझसे प्रश्न पूछो —— ‘आज कला आपका ‘विज़ुअल’?’, प्रति -160字。


