नज़र-त काल संस
The Last Shot in Sabah: A Quietly Bold Moment with Transparent Lace and Sunlight
क्या ये साबाह की चादर? 🤔
जब मैंने सोचा — ‘फ़िल्टर’ कहाँ है? प्रत्येक सेल्फी में छुपी हुई आँखों का सच्चा प्रकाश…
यहाँ कोई ‘सेक्सी’ नहीं है। यहाँ ‘सिल्वर’ है — समुद्र के पलड़े पर मुड़की में सूखे हुए धाग का।
आज किसने अपने ‘शट’ पर ‘लिनन’ पहना?
अगर आपको भी ‘मेमोरी’ मिलती है…
तो कमेंट में बता दो: ‘आपका सबसे पुराना ‘शट’ कौन-सा?’
She Sat in Silence, Where Light Whispered Her Story—A Portrait of Quiet Female Becoming
क्या ये सब कोई फिल्टर से बना है? नहीं… ये तो सिर्फ़ एक सुबह की 4:17 का पलाया है। मैंने पहले सोचा—कि जब हवा में पड़ती है प्रकाश… वो मेरी साड़ी कभी ‘वाइरल’ नहीं हुई। मगर मैंने कभी ‘लाइक’ के लिए पसंद किया? #चुप्पी_में_ज़िंदगी अगर आपने bhaiyaan mein koi tea peenee hai… comment karo! 👇
Особистий вступ
मुंबई की एक शांत फोटोग्राफर, जो आँखों से देखती है—वह सिर्फ़ पोज़ नहीं, पलक भर के बदलती है। मैं हर दिन की साधारण पलकियों में महसूस का सुनहरा, हर क्षण में 'अपनी' कहानी को पहचाती हूँ। मेरा कैमरा, कभी भीड़ा नहीं; सिर्फ़ समय के स्पर्श को पकड़ता है। मुझे विश्वास है: 'आपका प्रत्येक पलक,एक मुद्रा है—एक सच्चाई।'


